द न्यूज 9 डेस्क।जबलपुर। थाना खितोला अंतर्गत दिनांक 11 अगस्त 2025 को में िेउंसस पिदंदबम बैंक में 5 अज्ञात बदमाशों द्वारा डकैती की गई थी जिसमें 14 किलो 800 ग्राम सोने के जेवरात और लगभग 5 लाख रुपए डकैत लूट कर ले गए थे। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर जोन जबलपुर प्रमोद वर्मा (भा.पु.से.), पुलिस उप महानिरीक्षक जबलपुर रेंज जबलपुर अतुल सिंह (भा.पु.से.), एवं पुलिस अधीक्षक जबलपुर संपत उपाध्याय (भा.पु.से.), स्वयं घटनास्थल पहुचे थे तथा आरोपियों की पतासाजी हेतु आवश्यक दिशा निर्देश देते हुये क्राइम ब्रांच एवं जिला बल की टीमों का एक विशेष जांच दल गठित किया ।
पुलिस महानिरीक्षक जबलपुर जोन जबलपुर प्रमोद वर्मा (भा.पु.से.) द्वारा अज्ञात आरोपियों की गिरफ्तारी पर 30 हजार रूपये के नगद पुरूस्कार से पुरूस्कृत करने की उद्घोषणा की गयी ।
पतासाजी करते हुये स्थानीय आरोपी रईस लोधी को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ करने पर आये तथ्यों के आधार पर पुलिस की अलग अलग टीमें आरोपियों की पतारसी हेतु बिहार, झारखंड, उत्तरप्रदेश एवं राजस्थान भेजी गई । मैदानी स्तर पर इन टीमों का नेतृत्व एवं मार्गदर्शन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक क्राइम जबलपुर जितेंद्र सिंह के साथ डीएसपी क्राइम उदयभान सिंह बागरी , एसडीओपी सिहोरा आदित्य सिंघारिया (भा.पु.से.), सीएसपी बरगी अंजुल अयंक मिश्रा एवं सीएसपी रांझी सतीश साहू कर रहे थे ।
जबलपुर पुलिस को सफलता उस समय मिली जब की इस गिरोह का एक मददगार इंद्रजीत बिहार के गया जिले के गुरुवा थाना इलाके से पुलिस के हत्थे चढ़ा जिसने पूछताछ पर गिरोह के सरगना राजेश रवि दास के छुपने का ठिकाना गया जिले के ही डोभी थानांतर्गत बताया, जानकारी लगने पर तत्काल टीम द्वारा दबिश देते हुये गैंग के मुख्य सरगना रवि दास को घेराबंदी कर पकडा गया जिसने सघन पूछताछ करने पर डकैती करना स्वीकार करते हुये लूटे हुये जेवर एवं रूपये आपस में बंाट लेना बताते हुये अपने हिस्से में लगभग 3 किलो सोना और 50,000 नगदी आना बताया एवं शेष लूट का सामान बाकी सदस्यों मै बांटना बताते हुये लूटे हुये सोने के जेवरात खेत में छुपाना बताया, आरोपी की निशादेही पर खेत मे छिपाये हुये जेवर जप्त किए गए।
उल्लेखनीय है कि पकडा गया आरोपी राजेश दास उर्फ आकाश दास एक दुर्दांत अपराधी है जिसने बिहार के जिला गया, सासाराम, जमुई, पुरुलिया रोहतास, गिरडी, छत्तीसगढ के जिला रायगढ के बैंक में लूट/डकैती के 12 अपराध पंजीबद्ध है। जो 18 जून 2025 को ही रायगढ़ जेल से छूटा था ।
सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी खितौला श्रीमति अर्चना सिंह जाट, अपराध थाना प्रभारी शैलेश मिश्रा, थाना प्रभारी पाटन गोपेंद्र राजपूत , थाना प्रभारी गोसलपुर राजेंद्र सिंह मर्सकोले, थाना प्रभारी घमापुर श्रीमति प्रतीक्षा मार्काे , निरीक्षक धनीराम बरकड़े, निरीक्षक पूर्वा चौरसिया, चौकी प्रभारी धनवंतरी नगर उप निरीक्षक दिनेश गौतम , चौकी प्रभारी रामपुर प्रभाकर सिंह परिहार , चौकी प्रभारी बस स्टैंड उप निरीक्षक जगन्नाथ यादव , क्राईम ब्रांच के उप निरीक्षक चंद्रकांत झा, सहायक उप निरीक्षक प्रशांत सोलंकी, सहायक उप निरीक्षक मोहन तिवारी, सहायक उप निरीक्षक कैलाश मिश्रा, सहायक उप निरीक्षक नरेश पासी ,, प्रधान आरक्षक मोहन सिंह, राजेश पाण्डे, अखिलेश पाण्डे, हितेन्द्र रावत, मनीष सिंह, सुतेन्द्र यादव, अरविंद श्रीवास्तव, आनंद तिवारी, वीरेन्द्र सिंह, अटल जंघेला, रूस्तम अली,सत्य सेन, मन्नू सिंह, आरक्षक गोविंद प्रसाद राय, प्रदीप तेकाम, प्रमोद सोनी, सतेन्द्र बिसेन, रीतेश शुक्ला, पकंज सिंह, प्रीतम उपाध्याय, जय प्रकाश तिवारी , शिव सिंह, आशुतोष बघेल, राजेश मिश्रा, त्रिलोक पारधी, राजेश मातरे, विनय सिंह, अजीत कुमार, आरक्षक चालक मुकेश परिहार, डीएसबी के सहायक उप निरीक्षक धनंजय सिंह,राकेश बहादुर रणजीत यादव थाना गढा के संतोष जाट, नीरज तिवारी, गोहलपुर से आलोक यादव, गोरखपुर से अश्वनी द्विवेदी , मदनमहल से आरक्षक उदय साइबर के प्रधान आरक्षक अमित पटेल की सराहनीय भूमिका रही है ।