द न्यूज 9 डेस्क।जबलपुर।सिहोरा । सिहोरा में लगभग 3 वर्ष पूर्व एक धार्मिक आयोजन की आड़ में बाह्य नाला के पुल में पक्की कंक्रीट की बीम डालकर ऊंचा कर कब्जा कर मुरुम डाल दी गई और जिससे गणेश विसर्जन, दुर्गा प्रतिमा विसर्जन, जवारे विसर्जन, तीज की पूजा का फुलहरा विसर्जन,सहित दीपदान जैसे कार्यों के होने वाले आयोजनों में यह ऊंचाई रोड बन गई
धार्मिक आयोजन की आड़ में कर लिया गया कब्जा
लगभग तीन वर्ष पूर्व सिहोरा में एक भव्य धार्मिक आयोजन की आड़ लेकर एक भूमि स्वामी ने प्रशासनिक संरक्षण के चलते बाह्य नाला की जमीन पर पक्का कंक्रीट डालकर कब्जा कर मुरुम डालकर पुराई कर दी जो आमजन के लिए दुख का कारण बन रहा है मामला वार्ड नंबर 9 बाह्य नाला का है जहां बाह्य नाला पुल से एक भूमि स्वामी द्वारा पक्की बीम डालकर पुल से जोड़ दिया गया और ऊंचाई बढ़ा दी गई जिसमें यहां होने वाले विसर्जन कार्यों सहित अनेक जनों के लिए यह ऊंचाई रोड बन गई और चर्चा का विषय है कि इस पुराई को क्यों नहीं हटाया गया, और बाह्य नाला के अनेक कब्जों को नही हटवा कर एशिया के प्रथम रेगुलेटर की दीवार तोड़ दी गई।
बनी नहर की हो गई पुराई
किसानों ने जानकारी देते हुए बताया कि यहां पर बीच में एक नहर भी बनी थी, जो जल संसाधन विभाग द्वारा बनबाई गई थी। इसके बनने के एवज में किसानों को मुआवजा भी मिला था जो सी पी आश्रम के आगे तक जाती थी उस नहर को भी भव्य धार्मिक आयोजन की आड़ में पुराई कर समाप्त कर दिया गया। इन सबको देखने सुनने वाला कोई धनीधोरी नजर नहीं आ रहा है।
एशिया के प्रथम रेगुलेटर की दीवार तोड़ दी पर नहीं हटाया गया बाह्य नाला का कोई कब्जा
पुस्तकों पर पढ़ा जाने वाला सिहोरा में एशिया का प्रथम रेगुलेटर पानी निकासी की आड़ में उसकी दीवार तोड़कर क्षतिग्रस्त कर दी गया परंतु जल निकासी का कोई ठोस समाधान नहीं निकालकर एशिया के प्रथम रेगुलेटर को ही तोड़ दिया गया जो कुछ समय बाद धराशाई हो जाएगा जिससे भू माफिया का बाह्य नाला को समाप्त करने का पूरा प्लान सफल हो जाएगा
दुकानों के सामने बना बाह्य नाला मुरुम डालकर हो गई पुराई
बाह्य नाला का ओवरफ्लो का दुकानों के सामने वार्ड नंबर 9 में बने नालों के माध्यम से जुनवानी हार तरफ तलैया से होकर खेतों में चला जाता था। परंतु यहां कुछ दुकान संचालकों ने दोनों तरफ मुरम डालकर नाला ही समाप्त कर दिया और पानी निकासी की व्यवस्था की तरफ किसी नेता धनी डोरी का ध्यान नहीं है और रेगुलेटर पर ध्यान लगाकर उसकी दीवार तुड़वा दी गई।
हाईवे निर्माण के समय पानी निकासी पर नहीं था किसी का ध्यान
जब नेशनल हाईवे क्रमांक 30 का निर्माण चल रहा था तो नगर के जल भराव में निकासी को लेकर किसी अधिकारी या जनप्रतिनिधि का ध्यान इस ओर नहीं गया परंतु अब जल निकासी का बहाना लेकर एशिया के प्रथम रेगुलेटर की दीवार तोड़ कर उसे पूर्ण धराशायी करने के प्लान को सफल बनाया जा रहा है और बाह्य नाला पर डाली गई जगह-जगह मुरुम नहीं हटवाई जा रही है केवल नाला समाप्ति की प्लानिंग की जा रही है
बाह्य नाला का हो सीमांकन हटाए जाएं सभी कब्जे
जागरूक नागरिकों ने जिला कलेक्टर दीपक सक्सेना सहित नगर पालिका प्रशासन से मांग की है कि कुर्रे फाटक के पास से खितौला मोड रेगुलेटर के आगे तक संपूर्ण बाह्य नाला का सीमांकन कार्य करवाया जाए व नाले के ऊपर किए गए कब्जों से नाला को मुक्त करवाया जाए और नाला की सफाई कराई जाए जिससे सिहोरा क्षेत्र में हो रहा जल भराव से सभी को राहत मिल सके।
इनका कहना है।
बारिश रुकते ही सम्पूर्ण बाह्य नाला का सीमाकंन कार्य करवाया जाएगा। बाह्य नाला पर किये गए कब्जे हटवाए जायेगे और बाह्य नाला पुल के पास किये गए कब्जे की जांच कराकर जल निकासी के लिए ठोस कदम उठाया जाएगा। ताकि जल भराव से राहत मिल सके।
शशांक दुबे, तहसीलदार, सिहोरा।