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सिहोरा में सक्रिय सोनोग्राफी माफिया,कमीशन खोरी के चलते खूब फूल फल रहा सोनोग्राफी का गोरखधंधा

 द न्यूज़ 9 डेस्क।जबलपुर।सिहोरा। इनदिनों जबलपुर जिले की सिहोरा तहसील में सोनोग्राफी माफिया जमकर सक्रिय है और कमीशन खोरी के चलते इसमें शासकीय और प्राइवेट डॉक्टरों के साथ-साथ झोलाछाप डॉक्टरों की भी दुकानें खूब फूल फल रही हैं सिहोरा में शासकीय अस्पताल के आसपास एवं अस्पताल मार्ग पर स्थित दो क्लीनिकों में इन दिनों कमीशन खोरी का यह धंधा खूब धड़ल्ले से चल रहा है

क्या है पूरा मामला
सिहोरा तहसील की एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि प्रसव पीड़ा के 9 माह के दौरान तीन तीन माह में तीन बार सोनोग्राफी कराई जाती और प्रायवेट सोनोग्राफी सेंटरों में शासकीय और प्राइवेट डॉक्टरों के साथ झोलाछाप डॉक्टरों के द्वारा यहां सोनोग्राफी कराने भेजा जाता है और डॉक्टरों की राइटिंग और पर्ची देकर ₹300 का कमीशन दिया जाता है और जो भी आशा या आंगनवाड़ी कार्यकर्ता उस महिला मरीज को इन सोनोग्राफी सेंटर तक लेकर जाती है उन्हें ₹200 की कमीशन दिया जाता है और एक दिन में लगभग 40 मरीजों की सोनोग्राफी होती है और नामी डॉक्टर के नाम भी इस सोनोग्राफी के व्यापार में शामिल है जो ₹300 के कमीशन के चक्कर में मरीजों को इन प्रायवेट सोनोग्राफी सेंटरों में भेजते हैं

शासकीय अस्पताल के आसपास शासकीय अस्पताल मार्ग पर स्थित सोनोग्राफी सेंटरों में चल रहा है कमीशन खोरी का धंधा।

आंगनवाड़ी आशा कार्यकर्ता ने बताया कि शासकीय अस्पताल के सामने और शासकीय अस्पताल मार्ग पर ऐसे दो सेंटर सिहोरा में स्थित है जहां इन दिनों कमीशन खोरी का खेल तेजी से फल-फूल रहा है

शासकीय अस्पताल की सोनोग्राफी को बताते हैं खराब
सिहोरा में शासकीय अस्पताल में भी सप्ताह में 2 दिन सोनोग्राफी होती है परंतु कमीशन खोरी के चलते यहां के झोलाछाप डॉक्टरों के साथ-साथ प्राइवेट डॉक्टरों और आंगनवाड़ी आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा शासकीय अस्पताल की सोनोग्राफी को खराब बताती हैं कि वहां की सोनोग्राफी मशीन सही नहीं है खराब रिपोर्ट आती है और मरीजों को जान का खतरा बताकर जच्चा-बच्चा की सुरक्षा के लिए इन कमीशन खोरी वाले सैंटरो में सोनोग्राफी कराने बहला फुसलाकर कर ले जाते हैं या भेज दिया जाता है

ग्रामीण क्षेत्रों की भोली-भाली जनता हो रही कमीशनखोरो का शिकार
सिहोरा में सोमवार को साप्ताहिक बाजार का दिन होता है ग्रामीण क्षेत्रों में इलाज के लिए भी लोग आते हैं और कमीशन खोर गिरोह सक्रिय होकर सोमवार के दिन ग्रामीण क्षेत्रों से आए मरीजों को दलालों और आशा कार्यकर्ताओं की मदद से अपने सेंट्रो में बुलाते हैं और जमकर कमीशन खोरी का बंदरबांट किया जाता है

शासकीय अस्पताल में हो रोज सोनोग्राफी कलेक्टर से मांग
सिहोरा के जागरूक नागरिकों ने कलेक्टर जबलपुर से मांग की है शासकीय अस्पताल में रोज सोनोग्राफी के लिए स्टाफ की नियुक्ति की जाए एवं उचित कार्रवाई की जाए

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