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खरी- खरी पर बात सही, कैसे होगा सिहोरा का बंटाधार, चारों तरफ हाहाकार

द न्यूज 9 डेस्क।जबलपुर। जबलपुर जिला की सिहोरा विधानसभा का इस समय हाल वेहाल है। ऐसे में आम व्यक्तियों के समझ से परे है कि सिहोरा तहसील का क्या होगा। अनुभाग के अनेक विभागों में अलग अलग कारनामों का खेल चल रहा है। और बात सत्य है। तो जिम्मेदारों को करंट लगना भी स्वाभाविक है। क्योकि इस बंटाधार में कोई अछूता नहीं है। शासन प्रशासन स्तर पर अनेक काले कारनामों का दौर चरम पर है। और उच्च अधिकारियों तक जब किसी न्याय की गुहार लगाई जाती है। तो अनुभाव के अधिकारियों द्वारा ऐसी पट्टी अपने उच्च अधिकारियों को पढ़ाई जाती है। की काम सही चल रहा हैं बस पीड़ित ही दिशा भटक कर आप तक पहुंच गया शायद, और फिर शिकायत की पूरी रामायण ठंडे बस्ते में धरकर बड़े तांडव को खुली छूट दे दी जाती है। क्योंकि यहां कोई धनी धोरी नहीं है। और बिना मदारी के जब बंदर नाचता हैं तो स्वाभाविक है कुछ भी होना आम बात हैं
ऐसे अनेक मामले आज वास्तिविकता में उदाहरण के तौर पर है जिसमें शिकायतों की तो पूरी रामायण तैयार हुई परंतु शायद पीड़ित ही गलत जगह पहुंच रहें हैं। क्योंकि अनुभाव के सभी जिम्मेदार अधिकारी बखूवी जिम्मेदारी से कार्य कर रहे हैं। और जिन्होने जिम्मेदारी नहीं दिखाई उनका तत्काल प्रभाव से स्थानांतरण भी यहां से हो जाता है फिर वह अधिकारी किसी भी विभाग का हो इससे कोई र्फक नहीं पड़ता की वह अधिकारी आईएएस हो या आपीएस बस यहां सिहोरा के बंटाधार में जिसने भी जिम्मेदारी नहीं दिखाई उनका यहां कोई कार्य नहीं है।
हाल ही में अनेक घटनाक्रम हुए जिसमें शासन प्रशासन स्तर के सिहोरा के बड़े अधिकारियों ने अपनी भरपूर सहभागिता दिखाई, फिर मामला शासन स्तर का हो या प्रशासनिक स्तर का हो इससे र्फक नहीं पड़ता बस बंटाधार होना चाहिए बस,
क्योंकि सिहोरा अनुभाग में अनेक मिशाल पेश है। जैसे सिहोरा का चर्चित शाही नाला, सिहोरा का चर्चित सामुदायिक भवन, सिहोरा खितौला में चर्चित अवैध प्लाटिंग का खेल, कटरा का चर्चित घटनाक्रम, सिहोरा और आसपास में चल रहे चर्चित अवैध उत्खनन, सरकारी बाह्य नाला पर प्लाटिंग, अनुभाग के कुछ इलाकों में चल रहा जुआ सट्टा, और अवैध मादक पदार्थो का खुला कारोबार, बिना अनुमति मकानों का निर्माण, जगह जगह खुदी सड़के, सुगंधित मठा तालाब, चर्चित सिहोरा जिला, सिहोरा का रेफर वाला सरकारी अस्पताल, झोलाछाप डॉक्टरों की सजी दुकाने, बस स्टैण्ड, झंडा बाजार, खितौला बस स्टैण्ड, और अनेक स्थानों पर फैला अतिक्रमण का मकड़जाल, कचरे में जलती नगर पालिका की फाईले और आखिरी और सबसे चर्चित सिहोरा की राजनिती और राजनेताओं द्वारा बंटाधार में हस्तक्षेप सहित अनेक मामले है जिसपर जिम्मेदार अपनी कार्यवाही में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। और जी जान से डटकर अपना कार्य कर रहे हैं। बस सिहोरा विधानसभा वासियों ऐसे ही शांति बनाएं रखे शासन प्रशासन अपना कार्य बखूवी और जिम्मेदारी से कर रहा हैं
उक्त विचार किसी व्यक्ति विशेष की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के उद्धेश्य से प्रकाशित नहीं किए गए हैं, उक्त विचार सिहोरा की जनभावनाओं और जिम्मेदारों द्वारा किए जा रहे अनेक सराहनीय कार्यो और सिहोरा विधानसभा के वास्तविक हालातों को देखते हुए प्रकाशित किए गए है। हमारा उद्धेश्य किसी व्यक्ति, अधिकारी, राजनेता, या किसी भी सिहोरावासी की भावनाओं को ठेस पहंुचाने का नहीं है। अगर किसी को करंट लगता हैं, या कुछ विचार उत्पन्न होते है। तो सिहोरा क्षेत्र के हित में अपने विचार हमसे सांझा कर सकते है।

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