द न्यूज 9 डेस्क।जबलपुर। जिम्मेदार अधिकारी या कर्मचारी गैर जिम्मेदाराना हरकत के चलते एक अतिक्रमणधारी के हौसलों को बढावा देने का एक मामला प्रकाश में आया हैं जिसमें टीम गठित की जाती है और बकायदा न्यायलय ये आदेश पारित होता हैं उसके बाद भी ना टीम का पता रहता है और ना ही हल्का पटवरी उस आदेश का पालन कर पाते है। तो ऐसे में व्यक्ति न्याय की उम्मीद किससे करेगा।
क्या है पूरा मामला
ग्राम पंचायत झिंगरई में कुछ अतिक्रमणधारियों द्वारा सड़क पर अतिक्रमण किया गया था जिसकी शिकायत के बाद बकायदा प्रकरण चला विवेचना हुई और माननीय नायाब न्यायालय तहसीलदार पोड़ा वृत तहसील मझौली के प्रकरण क्रमांक 0002/अ-68/2024-25 जिसमें बेदखली के आदेश के साथ-साथ अतिक्रमण को बलपूर्वक हटाने हेतु पत्र जारी हुआ जिसकी सूचना संबंधित थाना, हल्का पटवारी और टीम को दी गई उसके बावजूद भी 16/10/2024 को बिना निर्देश के हल्का पटवारी अनुपस्थिति रहे और संबंधित टीम उपस्थित नहीं हुई । जिसके कारण अतिक्रमण नहीं हटाया गया और शासकीय सड़क मद में दर्ज सड़क पर अवैद्य अतिक्रमणर्ता कालूराम पटेल के हौसले और बुलंद हो गए। खसरा क्रमांक 575 और संबंधित अन्य शासकीय खसरा में 16/10/2024 जिसे सीमांकन होना था । जबकि सम्बंधित पटवारी की एवं टीम की अनुपस्थिति के कारण नहीं किया गया। जिससे विवादित स्थिति पुनः निर्मित हुई जबकि अन्य पांच अतिक्रमण करता द्वारा स्वयं से अतिक्रमण छोड़ दिया गया है । जिम्मेदारों की गैर जिम्मेदाराना हरकत के चलते आदेश का परिपालन न करने पर ग्राम पंचायत के विकास कायों में रोड़ा बन रहा है। ।