द न्यूज़ 9 डेस्क ढीमरखेड़ा।इंद्र कुमार पटेल। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की शाखा ढीमरखेड़ा में ग्रामीण क्षेत्र के लोग कितने दूर दराज से पूरा दिन का समय निकाल कर किराया भाड़ा लगाकर शाखा ढीमरखेड़ा बैंक में अपने कार्य के लिए आते हैं लेकिन बैंक कर्मचारियों के मन माने रवैये और उनके चेहरों को देखते हुए पूरा दिन खराब करके निराश होकर वापस घर लौट जाते हैं क्योंकि बैंक कर्मचारियों की मनमानी से आय दिन ग्रामीण परेशान होते है बैंक कर्मचारियों द्वारा कहीं सरवर नहीं है तो कहीं प्रिंटर खराब है यह कहकर लोगों को लौटा दिया जाता है गत दिनांक 18 जनवरी को युवा पत्रकार कल्याण संघ एवं एवं द न्यूज़ 9 से इंद्र कुमार पटेल एवं कुलदीप पटेल ढीमरखेड़ा सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया पासबुक एंट्री कराने के लिए हफ्तों से चक्कर काटते रहे एंट्री करने के लिए मना कर दिया जाता था कि जाओ सुबह 10:00 बजे आना जबकि बैंक कर्मचारी खुद 11:00 बजे बैंक परिसर पर आते हैं।यह जवाब सुनकर इंद्र कुमार पटेल के द्वारा जब जानकारी जुटानी चाही तो बैंक कर्मचारियों द्वारा नोकझोंक करते हुए पासबुक में एंट्री भी कर दी गई वह भी कैसे जब आपका प्रिंटर खराब है तो एंट्री नहीं होनी चाहिए थी। वहीं दूसरी ओर कोविड-19 के चलते बैंक के कर्मचारी बिना मार्क्स एवं बिना सैनिटाइजर के कर रहे ड्यूटी इनके साथ साथ बैंक के अंदर हितग्राहियों मैं भी किसी के पास किसी भी प्रकार का कोई मार्क्स नहीं नजर आया। सोशल डिस्टेंसिंग का किसी भी प्रकार का पालन नहीं किया जा रहा है, जहां एक तरफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आदेश अनुसार स्कूलों को बंद कर दिया गया पर बैंक के कर्मचारी कोविड-19 जैसे महामारी को दे रहे खुला चैलेंज इन बैंक कर्मचारियों के प्रति किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं आखिर क्यों ?









