द न्यूज 9 डेस्क।जबलपुर।सिहोरा।पिछले दो दिनों से हो रही लगातार बारिश ने आषाढ़ में लोगों को सावन का एहसास करा दिया। बीते 24 घंटों के दौरान लगातार बारिश बारिश का क्रम जारी है। बारिश के पहले नाले और नालियों की साफ-सफाई नहीं होने से उसका पानी सड़कों पर जमा हो गया। जिसने नगरपालिका की बारिश के पहले तैयारियों के दावों की पोल खोल दी। जगह जगह बारिश का पानी जमा होने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा जिसको लेकर लोगों में आक्रोश भी देखा गया। बीते 24 घंटे की बात की जाए तो सिहोरा तहसील में करीब सवा इंच से अधिक बारिश हो चुकी है ।
बारिश के चलते मझौली बाईपास में रोड पानी में डूब गई जिसके चलते लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कुछ ऐसी ही स्थिति कृषि उपज मंडी रोड में भी देखने को मिली। यहां आगे का नाला चोक होने के कारण एक से डेढ़ फीट पानी सड़कों पर भरा रहा। निचली बस्तियों में भी लगातार हो रही बारिश के चलते घरों में पानी घुसने की भी जानकारी सामने आई है।
24 घंटे में 34.6 मिलीमीटर दर्ज हुई बारिश
तहसील कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार सुबह 8 बजे से लेकर सोमवार सुबह 8 बजे तक 34.6 मिलीमीटर (1.38 इंच ) बारिश दर्ज की गई। 1 जून से अभी तक तहसील में 154.4 मिलीमीटर (6.176 इंच) बारिश हो चुकी है। बात पिछले वर्ष की की जाए तो आज ही के दिन तक इतनी ही बारिश तहसील में दर्ज की गई थी।
सिहोरा और खितौला के इन वार्डों में भरा पानी
खितौला वार्ड क्रमांक 12 स्थित पालीवाल कॉलोनी, वार्ड क्रमांक 13 मंडी रोड, चर्च के पीछे, वार्ड क्रमांक 8 मिस्पा मिशन रोड, वार्ड क्रमांक 7 गढ़ियापुरा, वार्ड क्रमांक 3 बाबा शाला के सामने छात्रावास इन जगहों पर जल प्लावन जैसी स्थिति देखने को मिली। जिसको चलते लोगों में नगरपालिका को लेकर भारी आक्रोश देखने मिला।
करोड़ो की लागत से बना नगर का बेशकीमती शाही नाला, बना शोभा की सुपारी
आपने शाही महल, शाही लिवास, और बेशकीमती शाही वस्तुओं के बारे में तो जरूर सुना होगा परन्तु आज हम आपको जबलपुर जिले की सिहोरा तहसील के मझौली वायपास में सिहोरा नगर पालिका के ठेके पर ठेकेदार द्वारा बनाया गया शाही नाले के बारे में बता रहे है। जो करोड़ो की लागत से बना है जिसको नगर के पानी निकासी के लिए बनाया गया था और जिसपर करोड़ो सरकारी रुपये भी खर्च किये गए परन्तु ठेकेदार संजीव मिश्रा ने शुरुआत में ही घटिया और मनमर्जी के मुताबिक कार्य किया था। और उसपर नगर पालिका के जिम्मेदार भी जमकर नाले की तारीफ भी करते रहे। और लगातार कहा जाता रहा कि नाला बहुत शानदार और अच्छा बन रहा है पंरतु रहवासियों ने बताया कि नाला बनना तो न बनने जैसा ही है। न पानी की निकासी हो रही है। न जल भराव से मुक्ति मिली है। ऐसे में नर्क का जीवन रहवासियों को जीना पड़ रहा है और जिम्मेदार तो शाही नाले की तारीफों के पुल बांधते नहीं थक रहे। जबकी मौके पर देखा जाए तो स्थिति बहुत बत्तर है। और रहवासियों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। और करोड़ो रूपये की होली खेलने के बाद रहवासियों को नाम मात्र की राहत नहीं मिली तो वहीं रहवासियों ने ठेकेदार सहित जिम्मेदारों पर कठोर कार्यवाही की मांग जिला कलेक्टर जबलपुर सौरभ कुमार सुमन से की है।
पहले ही खुल गई थी नाले की पोल दिखने लगी थी रॉड। अनेक जगह थी दरारे
जब नाला का निर्माण चल रहा था तभी अनेक स्थानों पर नाले की रॉड दिख रही थी तो अनेक जगहों पर दरारे भी दिख रही थी परंतु ठेकेदार द्वारा लीपापोती करके उसमें कही मिट्टी डाल दी गई थी तो कहीं सीमेंट का घोल डालकर अपनी करतूतों को छुपा दिया था। और कार्यवाही के नाम पर केवल आश्वासन ही चलता रहा कि जल्द ठेकेदार पर कार्यवाही की जाएगी और चुपके चुपके ठेकेदार को नगर पालिका से भुगतान भी होता रहा। और अब वह नाला मात्र शो पीस बनकर रह गया है। जिसे देखने भी लोग दूर दूर से आएंगे क्योंकि सिहोरा की शोभा बढ़ाने नगर पालिका ने शाही नाले का निर्माण जो कराया है।
जरूरत से ज्यादा कर दी गई नाले की ऊँचाई भर रहा पानी और अब तोड़ रहा ठेकेदार
नाला निर्माण ठेकेदार द्वारा हवा हवाई में नाले का निर्माण ऐसा किया गया कि जरूरत से ज्यादा ही नाले की ऊँचाई कर दी और नाले में बगल में पानी बहने के लिए कोई स्थान भी नहीं छोड़ा और अब बने बनाये नाले में इंजीनियरिंग का कारनामा दिखाया जा रहा है। और उस नाले की ऊँचाई कम की जा रही है। जबकि लोगों का कहना है कि जब बन रहा था तभी जिम्मेदारों को आंख की पट्टी थोड़ा खोल कर देख लेना था कि ठेकेदार द्वारा निर्माण सही किया जा रहा है या नही परन्तु किसी को फुर्सत नहीं थी पट्टी हटाने की तो देखना तो दूर की बात है। और अब ऐसे में बने बनाये नाले में फिर तोड़ फोड़ करके नाले की ऊँचाई घटाई जा रही है। तो ऐसे में नाले की मजबूती भी वेमिशाल हो जाएगी जो चलेगा कब तक किसी को नही पता और नाले में दरारे तो ठेकेदार पहले दे चुके थे। अब ऊँचाई कम करने तोड़फोड़ करके मजबूती भी ठेकेदार द्वारा दे दी जायेगी।
बादलों की तेज गर्जना से सहमे लोग
लगातार रुक-रुक कर हो रही तेज और धीमी बारिश के बीच आकाशीय तेज गर्जना के चलते लोग घरों में सहम गए। तेज गर्जना हुई लोगों को लगा कि कहीं आस-पास ही बिजली गिर गई है। बादलों की तेज गर्जना के चलते कई बार बिजली आ जा रही है।