द न्यूज 9 डेस्क। जबलपुर। सिहोरा। समस्त सिहोरावासियों को सिहोरा के चर्चित झोलाछाप डॉक्टर दंपती का सन् 2020 का कांड तो अच्छे से याद होगा। जिसमें बड़ी भारी भारी डिग्रीयों को लेटरहैड में छपवाकर आमजनता को कैसे मूर्ख बनाने का खेल लम्बे समय से चल रहा था। और फिर सन् 2022 को माननीय हाईकोर्ट के दिशा निदेर्शो पर थाना सिहोरा में 420 डॉक्टर दंपती पर अपराध के बाद आईपीसी की धारा 420, धारा 34 और एमपी सिविल सिर्विस रूल 1966 की धारा 24 पर मामला दर्ज होता हैं और डॉक्टर साहब गिरफतार हो जाते है और डॉक्टर मैडम फरार हो जाती है। डॉक्टर के कुछ दिन जेल में काटने के बाद डॉक्टर दंपती को जमानत मिल जाती है। और चालान भी पेश हो जाता हैं लगातार पेशियां भी चल रही होती है। और साल बीतते गए और लोग भूलते गए परंतु आज फिर उसी झोलाछाप दंपती की चर्चा नव वर्ष में जमकर सुर्खिया बटोर रही है।
खुर्शियों का मुख्य कारण है। 420 का मामला दर्ज होने के बाद भी अपनी आदतों से मजबूर डॉक्टर साहब फिर बड़े डॉक्टर बनकर सिहोरा में कुछ लोगों को मूर्ख बना रहे है। तो वहीं डॉक्टर मैडम सरकारी कर्मचारी बनकर अपनी नौकरी कर रही हैं और जिम्मेदारों को कानोंकान खबर तक नहीं हुई की इतना बड़ा कांड होने के बाद आखिर फिर से डॉक्टर साहब कैसे रिचार्ज हो गए। और फिर एक विशेष विद्या में आम लोगों का इलाज भी करने लगे जिनका उनको ज्ञान तक नहीं है। और मैडम सरकारी बाबू बन गई और बकायदा अपना फर्ज भी निभाने एक जिले में जा रही हैं
स्वास्थ्य विभाग में इनदिनों कार्फी चर्चा है कि आखिर ऐसा भी हो जाता हैं जबकी साहब को उस विद्या का ज्ञान ही नहीं है क्लीनिक भी जांच के दायरे में चल रहा हैं और एक क्लीनिक को बंद करके नाम बदकर दूसरा क्लीनिक चालू कर दिए और कारनामें वहीं पुराने वाले चालू हैं और कृपा दृष्टि बनाए रखने वाले साहब खुद एक मामले में निपट चुके है। और मैडम तो सरकारी दामाद बन गई। तो कहीं से कुछ कृपा को बरस रही है। इसीलिए अभी धीरे वोलों कोई सुन ना ले।
