द न्यूज 9 डेस्क।जबलपुर। गत दिवस पनागर की ऐतिहासिक धरती पर भारतीय किसान संगठन के नेतृत्व में संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा निकाले गए विशाल ट्रैक्टर मार्च ने यह सिद्ध कर दिया कि जब किसान एकजुट होते हैं, तो कोई भी शासन-प्रशासन उनके हक़ और अधिकारों को दबा नहीं सकता।
जबलपुर जिले की तमाम तहसीलों से आए किसान बंधुओं ने जिस एकजुटता, साहस और अनुशासन के साथ प्रदर्शन किया, वह वास्तव में अद्वितीय और प्रेरणादायक है। पनागर के चारों दिशाओं से किसानों की एकता की यह चकबंदी देखकर जिला प्रशासन को भी किसानों की मांगों के सामने नतमस्तक होना पड़ा।
किसानों का यह आंदोलन महाकौशल क्षेत्र से पूरे मध्य प्रदेश के लिए एक सशक्त संदेश देता है “हम एक हैं, तो कोई भी नीति किसान के खिलाफ नहीं चल सकती” हमने किसी पार्टी या झंडे की राजनीति नहीं की कृ हमने किसानों की, खेत की, और खेती की राजनीति की।
किसानों की प्रमुख्य मांगें
पराली प्रबंधन पर अनुचित प्रतिबंध हटाना
बढ़े हुए बिजली बिल और हार्सपावर की समस्या का समाधान
खाद की उपलब्धता और किसान सुरक्षा सुनिश्चित करना
जिले के अधिकारियों ने किसानों के प्रतिनिधियों के समक्ष इन मुद्दों पर तत्काल कार्रवाई का भरोसा दिया और यह स्पष्ट किया कि पराली को लेकर किसी भी किसान पर एफआईआर नहीं की जाएगी।
इस अवसर पर राष्ट्रीयअध्यक्ष, भारतीय किसान संगठन राजेन्द्र यादव, प्रदेशाध्यक्ष ,भारतीय किसान संगठन विवेक पटेल, राष्ट्रीय महासचिव किशन पटेल,
जिला अध्यक्ष ,भारतीय किसान संगठन रामराज पटेल, ओबीसी जिला अध्यक्ष छोटे पटेल, संभागीय अध्यक्ष रामराज पटेल (बेला) किसान समाज संगठन के संस्थापक अध्यक्ष दीवान जितेन्द्र पटेल, वरिष्ठ समाजसेवी राजेश पटेल बिजुआ किसान समाज संगठन के सचिन, अखिलेश, शारदानंद, ब्लॉक अध्यक्ष नवीन पटेल, आनंद प्रकाश पटेल, सत्यम पटेल और मझौली, सिहोरा तथा जबलपुर जिले से आए समस्त कृषक बंधुउपस्थित रहे।









