द न्यूज 9 डेस्क।जबलपुर।सिहोरा। विधानसभा चुनाव आते ही सभी राजनितिक पाटियों के साथ साथ बागी भी अपनी किस्मत आजमाने चुनावी रण में कूद पड़ते है और जमकर लोगो के बीच भ्रम का ढ़िढोरा भी पींटा जाता है तो कहीं बागियों को बागियों द्वारा सरंक्षण देकर अपनी रोटी भी सेंकी जाती है। ऐसा ही चल रहा है सिहोरा की राजनीति में और मैदान में भाजपा कांग्रेस के बीच एक बागी भी मैदान में है और जमकर चर्चाओं का बाजार गर्म है कि इस बागी ने तो सिहोरा की जनता के बीच नया भ्र्रम फैलाने का काम शुरू कर दिया है और कुछ भाडे के बागियों के साथ मिलकर सिहोरा को जिला बनवाने का भ्रम जमकर फैलाया जा रहा है।
जो पार्टी का नहीं हुआ वो जनता का क्या होगा।
तो वहीं लोगों में चर्चा है कि इस बागी द्वारा किसी पार्टी विशेष से टिकट मांगी गई थी परंतु जमीनी पकड़ मजबूत न होने और सक्रियता में विफल होने के कारण पार्टी ने बागी को टिकट नहीं दिया तो बागी खुद ही मैदान में निर्दलीय के रूप में उतर गए। तो आमजनों के बीच चर्चा का विषय बने इस बागी को सिहोरा की जनता कहते नजर आ रही है कि जो पार्टी का नहीं वो जनता का कैसे होगा।
कुछ बागियों के चक्कर में बागी ने पहन लिया चुनावी कुर्ता
सिहोरा में यह भी चर्चा है। कि कुछ बागी सिहोरा की राजनिती में शुरू से अपनी रोटी सेकने हर चुनाव में एक मुर्गा ढूढते है और उन्हे चुनाव से कोई लेना देना नहीं होता उनके द्वारा केवल चुनाव में अपनी रोटी सेक कर अपनी जेब गर्म करके मोटी मोटी मलाई से अपनी जेब गर्म करते है। और बागियों ने मिलकर बागी को पहना दिया चुनावी कुर्ता और वास्तव रूप में अगर बात की जाए तो सिहोरा जिला को लेकर बागी को जिला का ,जि, भी नही पता और अब बागी बनवाएगे सिहोरा को जिला। यह बात किसी को हजम नहीं हो रही है। क्योंकि वास्तव में अगर जमीनी बात की जाए तो इस बागी को सिहोरा के मुख्य मुद्दों की जानकारी तक नहीं है और कुर्ता पहनकर मैदान में उतर पड़े है।