द न्यूज 9 डेस्क।जबलपुर।सिहोरा। जनपद पंचायत सिहोरा की ग्राम पंचायत कुम्ही के पोषित ग्राम कुकर्रा के निवासियों को किसी की मृत्यु हो जाने पर खेतों की मेढ़ और कीचड़ भरे रास्ते से शव को अंतिम संस्कार के लिए मुक्तिधाम तक ले जाने के लिए मजबूर हैं। विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के करण गांव से मुक्तिधाम तक 1 किलोमीटर की सड़क तीन से चार बार प्रस्ताव भेजने के बावजूद आज तक नहीं बनी। जिसका खामियाजा करीब 1000 की आबादी वाले ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है।
ये है मामला
ग्राम पंचायत कुम्ही के सरपंच मोहन मिश्रा ने बताया कि ग्राम पंचायत के पोषक गांव कुकर्रा से मुक्तिधाम की दूरी करीब 1 किलोमीटर है। तीन दिन पहले गांव के ही एक युवक की हादसे में मौत हो गई। बारिश के बीच ग्रामीण मेढ़ और कीचड़ भरे रास्ते से युवक के शव को अंतिम संस्कार के लिए मुक्तिधाम लेकर पहुंचे लेकिन मुक्तिधाम में शेयर नहीं होने के कारण तिरपाल और दूसरी व्यवस्था कर किसी तरह अंतिम संस्कार किया गया।
कई बार भेजा प्रस्ताव नहीं बनी 3 साल में सड़क
सरपंच के मुताबिक उन्होंने कुकर्रा गांव से मुक्तिधाम तक सड़क निर्माण के लिए ग्राम पंचायत में तीन बार प्रस्ताव तैयार कर विभाग के इंजीनियर और जनपद पंचायत को भेजो लेकिन आज तक ना तो सड़क का निर्माण हुआ और ना ही मुक्तिधाम में तीन का शेड लगा। जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है।
जबलपुर जिले की सीमा का आखिरी गांव
आपको बताते चलें कि ग्राम पंचायत कुम्हि का पोषित गांव जबलपुर जिले की सीमा का आखिरी गांव है। गत वर्ष इसी गांव में हिरन नदी में भारी बारिश के चलते बाढ़ की स्थिति निर्मित हो गई थी। उसे समय भी ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा था।
इनका कहना
कुकर्रा गांव से मुक्तिधाम तक सड़क निर्माण के लिए प्रस्ताव सचिव के माध्यम से पुनः बुलवाया जाएगा जहां तक मुक्तिधाम के शेड की बात है। उसे बारिश के बाद तैयार करने के लिए संबंधित विभाग को निर्देश दिए जाएंगे।
आशा देवी पटले, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सिहोरा









