द न्यूज़ 9 डेस्क जबलपुर। सिहोरा।मझौली। एक आदिवासी महिला को सरकार से मिली जमीन को पटवारी की सांठगांठ से गैर आदिवासी के नाम किए जाने का मामला प्रकाश में आया है इस संबंध में जानकारी होने पर पीड़ितों ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सिहोरा से मामले की लिखित शिकायत की है
क्या है पूरा मामला
पूरा मामला जबलपुर जिले की मझौली तहसील के रा.नि. मं. पोंडा तहसील मझौली का है जहां पीड़िता रेखा बाई पति स्व. कल्लू भूमिया ग्राम रौसरा तहसील मझौली निवासी ने लिखित शिकायत के माध्यम से आरोप लगाते हुए बताया कि शासन द्वारा मेरे ससुर महगु वल्द घुर्रा को पटवारी हल्का नंबर 67 राजस्व निरीक्षक मंडल पोंडा तहसील मझौली जिला जबलपुर मध्य प्रदेश में खसरा नंबर 7 रकवा 1. 21 हेक्टेयर भूमि का पट्टा मिला था, पीड़िता के ससुर की मृत्यु के पश्चात पीड़िता के पति के नाम पर भूमि आ गई थी, और पीड़िता के ससुर के समय से संदीप पटेल निवासी बुधनवारा नयागांव के पिता को भूमि मेरे ससुर द्वारा सिकमी से दी जाती रही है, पीड़िता के ससुर की मृत्यु के उपरांत मेरे पति द्वारा इन्हीं लोगों को भूमि सिकमी से दी जाती रही और फिर पीड़िता के पति की मृत्यु के पश्चात मेरे द्वारा संजय पिता संदीप पटेल ग्राम बुधनवारा को भूमि सिकमी पर दी गई थी, और उक्त भूमि पर फ़ौती नहीं उठी थी, फौती उठाने के लिए पीड़ित आदिवासी महिला रेखा बाई ने प्रदीप खंगार निवासी चरगवां से कहा तथा संजय पिता संदीप पटेल से भी मिली तब इन लोगों ने मुझे पटवारी अमित त्रिपाठी से मिलवाया तथा कहा कि इन कागजों पर हस्ताक्षर कर दो हम तुम्हारी फ़ौती उठवाकर कर तुम्हारा नाम दर्ज करवा देंगे, इस पर सहमत होकर पीड़िता ने पटवारी अमित त्रिपाठी के कहने पर कागजों पर हस्ताक्षर कर दिए, कुछ दिन बाद पीड़िता को जानकारी मिली कि पीड़िता की भूमि उसके स्थान पर संजय पिता संदीप पटेल के नाम पर दर्ज करा दी गई, पीड़िता ने बताया कि पटवारी अमित त्रिपाठी, ग्राम कोटवार सिपाही लाल, संजय पिता संदीप पटेल, तथा पटवारी का मुंशी प्रदीप खंगार, निवासी चरगवां तहसील मझौली द्वारा मेरे साथ साठगांठ कर बहुत बड़ी धोखाधड़ी कर दी है और भूमि संजय पिता संदीप पटेल के नाम करा दी गई है, जबकि आदिवासी की भूमि का हस्तांतरण किसी गैर आदिवासी के नाम नहीं किया जा सकता और साठगांठ पूवर्क पीड़िता के साथ धोखाधड़ी से जमीन गैर आदिवासी के नाम करा दी गई है।
वहीं पीड़ित आदिवासी महिला रेखा बाई ने बताया कि पीड़िता बहुत दिनों से परेशान है और उसके द्वारा पूर्व में भी इसकी शिकायत कलेक्टर जबलपुर को की है तथा गत सोमवार को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सिहोरा को भी लिखत शिकायत की है और पूरे मामलें की निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों पर कठोर कार्यवाही की मांग भी पीड़िता द्वारा की गई है। ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके, और दोषियों को उनके किये कारनामों की सजा मिल सके।
पीड़ित आदिवासी महिला ने की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग
पीड़ित आदिवासी महिला रेखा बाई ने कलेक्टर जबलपुर, सहित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सिहोरा से लिखित शिकायत के माध्यम से मांग की है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों पर कड़ी से कड़ी कठोर कार्यवाही करते हुए उक्त शासन से मिली भूमि को उसके नाम पर दर्ज कराया जाय।
इनका कहना है
यह मामला मेरे संज्ञान में अभी नहीं आया है और जैसे ही मामला मेरे संज्ञान में आता है तो उक्त मामले पर निष्पक्ष जांच करा कर नामांतरण निरस्त करा कर उक्त भूमि आदिवासी महिला के नाम पर दर्ज करा दी जाएगी और जो भी दोषी होंगे उन पर निष्पक्ष कार्यवाही की जाएगी,
प्रदीप मिश्रा, तहसीलदार मझौली,