द न्यूज 9 डेस्क बहोरीबंद- पारस गुप्ता | विकासखंड बहोरीबंद के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत राम पाटन में विगत कई वर्षों पूर्व सन 1979 में एक जलाशय का निर्माण करवाया गया था जिससे वहा किसानों को राहत मिले पर्याप्त मात्रा में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध हो सके जिसका नाम था राम पाटन जलाशय भारी मात्रा में पानी को स्टोरीज कर मछली पालन भी किया जाता है लेकिन पूर्व में पिछले वर्ष पानी न गिरने की वजह से जलाशय का जल स्तर बहुत नीचे जा चुका है और ऐसे में कम से कम कुछ किसानों द्वारा 25 एकड़ की जगह में उड़द की फसल बोई गई है जिसमें सिंचाई के लिए उसी जलाशय का पानी उपयोग में लिया जा रहा है बात यदि जिम्मेदार अधिकारियों की करें तो उनके द्वारा ही खुद बोला जा रहा है की हमें पानी बेचने के लिए बोला गया है जिससे हम चालान काट किसानों को पानी उपलब्ध करवा रहे हैं लेकिन उन्हें कई गांव से पानी पीने के लिए आने वाले मवेशियों के बारे में तनिक भी ख्याल नहीं आया और ना तो उन किसानों को ख्याल आया कि हमारे गांव के और गांव से ही लगे अनेकों गांव के मवेशी पानी पीने के लिए जलाशय में आते हैं जब पानी वहां नहीं रहेगा तो मवेशी तो वैसे ही मर जाएंगे बिना पानी के प्यासे पानी को रोकने की बजाय उड़द की फसल में बहा रहे हैं।
राम पाटन ग्राम के ही कुछ लोगों द्वारा की गई शिकायत ,कहा यदि पानी को नहीं रोका गया तो मचेगी तबाही ,भीषण गर्मी में मवेशी तो मर ही जाएंगे’
मीडिया कर्मी जब राम पाटन गांव पहुंचे एवं मौके पर जाकर जलाशय का निरीक्षण किया तब वहां के कुछ स्थानीय लोगों ने बताया कि हमने कई बार जल संसाधन विभाग के इंजीनियर सीमा चैहान से शिकायत भी की यदि पानी नहीं रहेगा जलाशय में तो मवेशी तड़प तड़प कर मर जाएंगे दम तोड़ देंगे लेकिन अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया एवं किसानों को मौका दे दिया उड़द की फसल बोने का एवं सिंचाई करवाने का भी ठेका ले लिया है और उन्होंने बताया कि गांव के ही कम से कम 9 किसान वहां जलाशय के अंदर ही उड़द की फसल बोय हुए हैं और मोटर पंप के द्वारा सिंचाई भी जलाशय के पानी से ही कर रहे उन्होंने कहा जल्द से जल्द जलाशा का पानी मैं रोक लगाना चाहिए ताकि इस भीषण गर्मी में पानी भरा रहे एवं मवेशी प्यासे ना रहे।
खुद सरपंच के लड़के ने बोई 2 एकड़ में उड़द की फसल ,मवेशियों कि नहीं चिंता’
गांव के ही लोगों ने बताया कि हमारे यहां के सरपंच प्रतिनिधि के लड़के राजा पटेल ने कम से कम 2 एकड़ में उड़द की फसल बोई हुई है जबकि ग्राम पंचायत राम पाटन के सरपंच को जलाशय एवं मवेशियों की तो चिंता है लेकिन उनके लड़के को नहीं उनको बार-बार मना करने के बाद भी लड़का माना नहीं एवं और किसानों के साथ मिलकर जलाशय का पानी खाली करवाने में लग गया।
इन किसानों ने बोई है उड़द की फसल’
राम पाटन एवं दूसरे गांव के कुछ किसानों ने उड़द की फसल हुई है जिनके नाम इस प्रकार हैं-राजा पटेल ,अर्जुन पटेल ,जहान पटेल ,गुड्डा ठाकुर ,धन सिंह ठाकुर ,हल्के भूमिया ,हुकम सिंह ठाकुर ,बलराम ठाकुर ,मानसिंह ठाकुर इन सभी किसानों ने मिलकर कम से कम 25 एकड़ की भूमि में खड़ी फसल में सिंचाई कर रहे हैं।
इनका कहना है’-जलाशय में जल स्तर कम जाने की जानकारी नहीं थी अभी जिन किसानों के विभाग इंजीनियर द्वारा चालान काट पानी चलाने की अनुमति दि है उनकी रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे जलाशय में जलस्तर कम गया पानी का जानकारी नहीं थी राम पाटन जलाशय का निरीक्षण कर उन किसानों को सिंचाई करने से रोकेंगे नहीं माने तो उचित कार्यवाही की जावेगी।
’आर एस नट्ट एसडीओ जल संसाधन विभाग बहोरीबंद’
इनका कहना’-है पूर्व में ही किसानों को मना किया गया था उड़द की फसल बोने के लिए लेकिन किसान माने नहीं जिसके चलते हमारे द्वारा चालानी कार्रवाई भी की गई 5 किसानों के खिलाफ एक ₹1000 की जिसका अभी तक भुगतान भी नहीं हुआ है और उच्च अधिकारियों की इसकी खबर कर दी गई थी
’सीमा चैहान इंजीनियर जल संसाधन विभाग बहोरीबंद’