द न्यूज 9 डेस्क बहोरीबंद पारस गुप्ता। एक तरफ सरकार और तंत्र महिला सशक्तिकरण को लेकर किए जा रहे कार्यो का ढ़िढोरा पीटता है वहीं दूसरी तरफ एक दिन के लिए सरपंच की कुर्सी पर बैठ फोटो लेने वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को कारण बताओ नोटिस, यह बात हजम नहीं होती।
यह मामला है ग्राम पंचायत बहोरीबंद का है जहां एक आंगनबाडी कार्यकर्ता श्यामा नायक जिन्होने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर ग्राम पंचायत के सरपंच की कुर्सी पर बैठक फोटो खींच जी और उस फोटों को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था और लिखा था। ,,एक दिन की सरपंच बनी,, और जब इस बात की खबर सरपंच अनंत आनंद दुबे को लगी तो उन्होने तुरंत उस आंगनबाडी कार्यकर्ता को महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी से कारण बताओ नोटिस जारी करा दिया |
वहीं सरपंच अनंत आनंद दुबे का कहना है कि ग्राम पंचायत में ग्राम सभा हो रही थी। मैं ग्राम पंचायत में ही था और कुछ कार्य के लिए मैं 3 बजे के बाद बाहर चला गया जिसके बाद श्यामा नायक जो कि एक सरकारी पद पर हैं उन्होंने सरपंच की कुर्सी पर बैठकर बहुत ही घटिया हरकत की है जिसको तत्काल हमनें नोटिस जारी करवाया है।
अब बात करें इस मामले के सामाजिक सरोकार कि तो जहां पूरा विश्व अंर्तराष्ट्रीय महिला दिवस मनाकर महिलाओं द्वारा समाज के प्रति योगदान, साहस और आदृम्य साहस की गाथा गा रहा था। और वहीं ग्राम पंचायत बहोरीबंद में सरपंच की कुर्सी पर बैठकर फोटो खिचाने वाली महिला श्यामा नायक को कारण बताओं नोटिस जारी कर दिया गया। शायद श्रीमती नायक को यह अंदाजा नहीं रहा होगा की अंर्तराष्ट्रीय महिला दिवस पर सरपंच की कुर्सी पर बैठकर फोटो वायरल करना इतना महंगा पड़ेगा।