द न्यूज़ 9 डेस्क।जबलपुर।सिहोरा। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का आगमन आज सिहोरा में हो रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ही वे मुख्यमंत्री रहे जिन्होंने अपने कार्यकाल में वर्ष 2001 से 2003 के मध्य सिहोरा को जिला बनाए जाने की प्रक्रिया पूर्ण की थी।आज उनके आगमन और सिहोरा में जिला बनाने की उठती मांग से ऐसे कयास लगाए जा रहे है कि पूर्व मुख्यमंत्री सिहोरा जिला मुद्दे पर कोई बड़ा बयान जारी कर सकते है।
दिग्विजय सिंह ने ही रखी थी जिला की नींव
मुख्यमंत्री रहते 21 अक्टूबर 2001 को दिग्विजयसिंह सिहोरा आए थे और हजारों की संख्या में उपस्थित जन समूह के बीच सिहोरा को जिला बनाने की घोषणा की थी।इसके बाद 11 जुलाई 2003 को दावे आपत्तियों के निराकरण के बाद सिहोरा जिला की चतुरसीमा के निर्धारण करने वाला मध्यप्रदेश सरकार का राजपत्र जारी हुआ था।दिनाँक एक अक्टूबर 2003 को तत्कालीन कैबिनेट द्वारा सिहोरा जिला को मंजूरी दी गई थी।इससे पहले की सिहोरा जिला अस्तित्व में आता विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई।उस समय स्थानीय जनता की मांग पर दिग्विजयसिंह सिहोरा जिला को लागू करना चाहते थे पर चुनाव आयोग की अनुमति न मिली।
सत्ता बदली 20 वर्ष बीते
एक अक्टूबर 2003 की कैबिनेट की मंजूरी के बाद 3 अक्टूबर को आचार संहिता लग जाने के कारण दिग्विजय सरकार द्वारा तय किया गया कि 26 जनवरी 2004 से सिहोरा जिला अस्तित्व में आएगा।पर इसके बाद भाजपा सरकार बनी औऱ सिहोरा जिला राजनीति की भेंट चढ़ गया।20 वर्ष का लंबा समय बीत गया पर सिहोरा जिला की अंतिम अधिसूचना भाजपा सरकार ने जारी नही की।
अब फिर आंदोलन पर सिहोरा
20 वर्षो तक भाजपा की सिहोरा जिला के प्रति अनदेखी के बाद विगत डेढ़ वर्ष से भी अधिक समय से सिहोरा जिला के लिए एक आंदोलन चल रहा है।इस आंदोलन ने एक बार फिर इस मुद्दे को सिहोरा के सम्मान के साथ जोड़ने में सफलता पाई है।
क्या दिग्विजय देंगे कोई वचन
चूँकि सिहोरा जिला की सम्पूर्ण प्रक्रिया दिग्विजय सिंह के मुख्यमंत्री कार्यकाल में ही हुई ऐसे में देखना होगा कि वे सिहोरा जिला मुद्दे पर अपना क्या वक्तव्य देते है।चर्चा है कि वे सिहोरा जिला के मुद्दे को कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र में शामिल करने और सरकार बनने पर निश्चित समय सीमा में सिहोरा जिला बनाने की घोषणा कर सकते है।
इनका कहना
“दिग्विजय सिंह जी के मुख्यमंत्री काल मे ही सिहोरा जिला बनने की विभागीय प्रक्रिया पूर्ण हुई थी।सत्तारूढ़ सरकार की अनदेखी के बाद यदि दिग्विजयसिंह कांग्रेस की तरफ से निश्चित समय सीमा में जिला बनाने की घोषणा करते है तो सिहोरा वासी आने वाले चुनाव में सिहोरा के खोए सम्मान की वापसी के लिए मतदान करेंगे।
नागेन्द्र कुररिया,सदस्य,लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति