द न्यूज 9 डेस्क।जबलपुर। सिहोरा जनपद पंचायत सिहोरा में पदस्थ प्रभारी महिला सीईओ द्वारा कार्यालय में पदस्थ महिला कर्मचारी को चप्पल से मारने की धमकी दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है पीड़ित महिला कर्मचारियों ने विभाग की महिला अधिकारी द्वारा की गई धमकी अभद्रता का प्रयोग और प्रताड़ना का आरोप कलेक्टर जबलपुर एवं जिला सीईओ को दी अपनी लिखित शिकायत में लगाया है।
लिखित शिकायत में क्या लगाए आरोप
कलेक्टर जबलपुर को लिखित शिकायत में बताया की मैं प्रार्थी सत्यरूपा सिंह चौहान जनपद पंचायत सिहोरा में ब्लॉक समन्वयक (पंचायतराज) के पद पर पदस्थ हूँ। महोदय जी मेरी नियुक्ति 5 अप्रैल 2025 को वर्ड क्लास सर्विस लिमिटेड द्वारा आरजीएसए के माध्यम से आउट सोर्स में हुई है। अन्य जनपदों में भी इस पद पर कई बी.सी. एवं ऑपरेटर की नियुक्ति हुई है। मध्यप्रदेश पंचायतराज के द्वारा मुझे 15वां एवं 5वां वित्त आयोग का कार्य किया जाने के आदेश जारी किए गए हैं। परंतु प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सिहोरा के द्वारा मुझे अवगत कराने के बावजूद भी यह दायित्व नहीं सौंपा गया। प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा मुझे पी.ए.आई. 2.0 कार्य भी सौंपा गया था। मेरे द्वारा उनको सूचना दी गई कि मेरा स्वास्थ्य खराब (टायफाईड) है, अमानवीय व्यवहार कर उनके द्वारा तुरंत कार्य पूरा करने के निर्देश जारी किये गये हैं, जिसका मैंने अपनी सक्षमता के अनुसार कार्य पूर्ण किया जा रहा है। महोदय जी जिला पंचायत द्वारा मेरा नाम एस.आई.आर.डी. प्रशिक्षण के लिये चयन किया गया था, प्रथम दिन मेरे द्वारा पत्र के माध्यम से जनपद को अवगत कराया गया था, परंतु प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सिहोरा के द्वारा मेरे स्थान पर जनपद पंचायत के अन्य किसी को भेजा जाता है। जिस पर प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सिहोरा ने बिना स्वीकृति आकस्मिक अवकाश, उपस्थिति पंजीयन में दर्ज किया गया है। मुझको जनपद पंचायत की सी.एम. हेल्पलाईन देखने एवं अन्य कार्य दिये गये हैं जिनका दायित्व मेरे द्वारा भलीभांति पूर्ण किया जा रहा है। प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सिहोरा के द्वारा मुझे कई और कार्य दिये गये, जिस पर मुझे अकारण, कारण बताओ सूचना पत्र जारी किये जा रहे हैं, जिससे प्रतीत होता है कि मुझे अकारण/बेवजह ही मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है।
विगत 2 माह पूर्व से प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है एवं उनके द्वारा अभद्र भाषा का प्रयोग जैसे जूत-चप्पल मारने की बात एवं मेरा फोन में महारानी शब्द से सम्बोधित करना, साथ ही बिना किसी कारण से मुझ पर अभद्र टिप्पणी भी की जाती है। यह कार्य कई अन्य और कर्मचारियों के साथ भी किया गया है। प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सिहोरा के द्वारा जब मुझे दूरभाष पर फोन लगाया गया (जिस समय मैं टायफाईट बीमारी से ग्रसित थी) जो कि मेरे बेटे के द्वारा उठाया गया था, उस समय भी प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सिहोरा के द्वारा मेरे प्रति अभद्र टिप्पणियां, महारानी से सम्बोधन एवं मैं उसकी नौकर नहीं हूं, ऐसे शब्दों का प्रयोग किया जाता है।
पूर्व में जनपद अध्यक्ष से की थी शिकायत हुई थी अनौपचारिक बैठक
पीड़ित महिला कर्मचारी द्वारा एवं अन्य कर्मचारियों के द्वारा जनपद अध्यक्ष को शिकायत की गई थी, जिस पर 4 सितंबर को एक अनौपचारिक बैठक जनपद अध्यक्ष द्वारा जनपद कार्यालय में की गई जिसमें सभी कर्मचारी उपस्थित थे और बैठक में प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सिहोरा आशा देवी पटले को समझाईश दी गई थी।

पीड़ित महिला कर्मचारी पर आश्रित है परिवार
पीड़ित महिला कर्मचारी ने लिखित शिकायत में बताया कि मेरे परिवार में मेरा पुत्र एवं मेरी माँ मेरे साथ जबलपुर में रहते हैं, जो कि पूर्णरूपेण मुझ पर ही आश्रित हैं, परंतु प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सिहोरा के द्वारा मुझ पर बार-बार यह टिप्पणी की जाती है कि आपके द्वारा जबलपुर से सिहोरा आना-जाना किया जाता है, परंतु जबकी प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सिहोरा के द्वारा भी जबलपुर से ही आना-जाना किया जाता है,
मनमर्जी के भी आरोप
लिखित शिकायत में आगे श्रीमती चौहान ने बताया कि मेरे द्वारा निरंतर उपस्थिति पंजीयन में अपनी उपस्थिति दर्ज की जाती है, परंतु प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सिहोरा के द्वारा मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है और शासकीय अवकाश पर भी उनके द्वारा उपस्थिति पंजीयन में अनुपस्थित/गैरहाजिर दर्ज कर दिया जाता है। साथ ही साथ मेरी अगस्त माह 2025 का वेतन के लिये उपस्थिति की जानकारी अस्पष्ट है, जो शंका का दर्शित करता है।
10 हजार की अप्रत्यक्ष मांग के आरोप
पीड़ित महिला कर्मचारी के लिखित में आरोप लगाते की बताया कि मुझसे 10,000/- रूपये अप्रत्यक्ष रूप से मांग की जा रही है, मैं आउट सोर्स की कर्मचारी हूं। मेरा वेतन लगभग 14,000/- रूपय है जो कि विगत 5 माह से नहीं मिला हैं। मैं अपने परिवार की देखरेख अत्याधिक कठिन परिस्थितियों में कर रही हूं, जिस पर मेरे द्वारा उनके अवैध तरीके से मांग को पूरा किया जाना संभव नहीं है एवं मेरे साथ अगर कोई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से अप्रिय घटना घटित होती है इसकी जिम्मेदारी पूर्ण रूप से प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सिहोरा श्रीमती आशा देवी पटले की होगी।
पूर्व में भी कर चुकी है प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सिहोरा अनेक कर्मचारियों के साथ अभद्रता
लिखित शिकायत में बताया गया कि पूर्व में भी ब्लॉक पंचायत समन्वयक (बी.पी.ओ.) राजेश सोनवाने एवं श्रीमती संध्या जाधव ए.ए.ओ. के द्वारा भी इनके ऊपर यह आरोप लगाये गये थे एवं श्री सोनवाने के द्वारा मानव अधिकार आयोग पर भी इनकी शिकायत की गई थी। अभद्र भाषा का प्रयोग (चप्पल-जूते से मारने) इनके द्वारा श्रीमती सपना यादव ए.ए.ओ. जनपद पंचायत सिहोरा के साथ किया गया था। श्रीमती आशा देवी पटले के द्वारा पूर्व में मण्डला जिले में भी यह कृत्य किया जा चुका है। जिस कारण से इनके विरूद्ध उस जिले में भी कार्यवाही की गई थी।
पांच माह का रोका वेतन
पीड़ित ने लिखित में आरोप लगाया कि जनपद पंचायत की प्रभारी सीईओ के अपनी मनमर्जी के चलते उसके 5 माह का वेतन जो मेरे पदस्थापना 1 अप्रैल 2025 से 31 अगस्त 2025 तक का वेतन रोक दिया है 5 माह से वेतन नहीं मिलने से मेरे और मेरे परिवार की आर्थिक हालत बहुत खराब है। और जीवन यापन में अनेक दुविधाओं से गुजरना पड़ रहा है।
कर्मचारियों से वीडियों बनवाकर मंगवाती है।
पीड़ित ने आरोप लगाते हुए बताया की प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सिहोरा द्वारा अकारण लगातार परेशान किया जा रहा है तो वहीं कार्यालय परिषर में ही धमकी देती है और परेशान करती है। चपरासी और अन्य कर्मचारियों से वीडियों बनवाकर मांगती है। जिससे में आए दिन परेशान हूँ।
गजब हो गया भैया – अतिरिक्त जिला सीईओ को दी शिकायत बैठकर बताई आपबीती और मुख्य जिला सीईओ को अभी तक नहीं कोई जानकारी
पीड़ित महिला कर्मचारी सत्यरूपा सिंह चौहान ने बताया कि उनके द्वारा मुख्य जिला सीईओ की अनुपस्थिति में अतिरिक्त जिला सीईओ मनोज सिंह से मिलकर अपनी आपबीती बताई थी जिसको उन्होंने बैठकर सुना था परन्तु मुख्य जिला सीईओ साहब को तो अभी तक इस पूरे मामले की जानकारी ही नहीं मिली उनसे जब बात की गई तो उनके द्वारा कहा गया कि उक्त मामले की जानकारी मुझ तक नहीं प्राप्त हुई है मै दिखवाता हूँ। मामला क्या है। क्या शिकायत है। उसके बाद आगे बताता हूँ। जबकि शिकायतकर्ता के पास दिनांक 19 सितंबर की शिकायत में सील लगी प्रति भी मौजूद है परंतु विभाग के ही उच्च अधिकारी को जानकारी नहीं है। यह तो बड़ी बिडम्बना ही हो गई। और गजब हो गया भैया।
उक्त मामले में प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी आशा देवी पटले से भी संपर्क किया गया परंतु उनके द्वारा बैठक में होने की बात कही गई ।
इनका कहना है।
उक्त मामले की जानकारी मुझ तक नहीं प्राप्त हुई है मै दिखवाता हूँ। मामला क्या है। क्या शिकायत है। उसके बाद आगे बताता हूँ।
अशोक गहलोत, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत जबलपुर,
इनका कहना है।
जनपद पंचायत की प्रभारी सीईओ द्वारा कार्यपाल में पीड़ित महिला कर्मचारी के साथ की गई अभद्रता का मामला पीड़िता द्वारा की गई शिकायत मेरे संज्ञान में आई थी पूर्व में मेरे द्वारा प्रभारी सीईओ को अधीनस्थ महिला कर्मचारी के साथ ऐसा नहीं करने की समझाइश दी गई थी।ताजे मामले को जनपद पंचायत सामान्य सभा की बैठक में रखा जाएगा बैठक के निर्णय के अनुसार आगे की कार्यवाही होगी
रश्मि मनेंद्र अग्निहोत्री, जनपद पंचायत अध्यक्ष सिहोरा
इनका कहना है।
मेरे द्वारा कलेक्टर जबलपुर एवं मुख्य जिला सीईओ की अनुपस्थिती में अतिरिक्त जिला सीईओ मनोज सिंह को लिखित शिकायत दी है।
सत्यरूपा सिंह चौहान, पीड़ित महिला कर्मचारी
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