द न्यूज 9 डेस्क।जबलपुर। सिहोरा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग का का अनोखा मामला प्रकाश में आया है जहां 3 उपयंत्री और 1 सहायक यंत्री पदस्थ होने के बाद भी पूरा विभाग एक प्रयोग शाला सहायक के भरोसे चल रहा है। और उसके पीछे भी अनेक काले कारनामों का मामला सामने आया है। क्योंकि इस प्रयोग शाला सहायक ग्रेड 4 के कर्मचारी द्वारा ही कार्याे मेजरेंट, माप में अपने हाथों से माप लिखना, और उपयंत्री से हस्ताक्षर करा लेना और यह सब कुछ ठेकेदारों को लाभ पहंुचाने के चक्कर में खेल चल रहा है। पूर्व में रिकार्ड की गई सभी एमबी की जांच कराई जाएगी तो स्पष्ट हो जाएगा की कौन इनपर मेहरबान था।
3 उपयंत्री पर साईट पर निरीक्षण करने जाता था प्रयोगशाला सहायक
चर्चा है की सिहोरा मझौली में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा किये जा रहे समस्त कार्यो का निरीक्षण उपयंत्रियों द्वारा किया जाना चाहिए एवं उसके बाद उसकी एमबी रिर्काड उपयंत्री द्वारा किया जाना चाहिए था परंतु यहां उल्टी गंगा सेंटिग और मोटी मलाई के डकारने के चक्कर में प्रयोग शाला सहायक द्वारा ही किया जा रहा है और इसकों देखने सुनने वाले धनीधोरी आंख बंद करे बैठे है। क्योकि सभी की जेबे इस प्रयोगशाला सहायक द्वारा गर्म की जा रही है।
स्थानांतरण के बाद भी नहीं छूट रहा कुर्सी का मोह किसकी कृपा पर चल रहा खेल
प्रयोगशाला सहायक जबलपुर में रहते है। और शासन से प्राप्त चार पहिया वाहन से सिहोरा आना जाना करते है। और इनका स्थानांतरण मई 2023 में जिला कार्यपालन अधिकारी श्री मंगोरे द्वारा जबलपुर कर दिया गया था परंतु तत्कालीन एई दीपक खरे की कृपा दृष्टि के चलते इस प्रयोगशाला सहायक को सिहोरा से कार्यमुक्त नहीं किया गया और स्थानांतरण आदेश की धज्जियां उड़ा दी गई और स्थानांतरण आदेश ऑफिस की फाईलों में धूल खा रहा है। और उसे देखने सुनने कोई नहीं हैं
निमार्णो की गुणवत्ता पर कौन दे रहा ध्यान मजबूती पर लग रहे चार चांद
विभाग द्वारा किए जा रहे मुख कार्य जैसे पानी टंकी निर्माण, पाईप लाईन विछाने का कार्य, नलकूप खनन, हैंड पंपों का रखरखाव कार्य, आदि अनेक कार्य उपयंत्रियों और एई की देखरेख और उनके मार्गदर्शन में होना चाहिए था परंतु कृपा पात्र प्रयोग शाला सहायक ही सभी कार्यो को विशेष रूची लेकर कराता रहा है। और इस विशेष रूचि के पीछे भी चढ़ोत्तरी का खेल चर्चा का विषय बना है। जब तो एक प्रयोगशाला सहायक द्वारा कार्या का मेजरमेंट से लेकर सभी कार्य करें जा रहे हैं और ऐसे में कार्याे की गुणवत्ता कितनी अच्डी होगी और कार्य कितनी ईमानदारी से हो सहे होगे अंदाजा लगाया जा सकता है।
जब इस संबंध में वर्तमान एई विनय प्रताप सिंह से जानकारी जुटाई गई तो पता चला की साहब खुद मुख्यालय में नहीं रहते है और जबलपुर से आना जाना करते है और जब इनसे प्रयोगशाला सहायक की कार्यप्रणाली पर चर्चा की गई तो उन्होने कहां कि पूर्व एई द्वारा इनसे कार्य कराए गए होगे मेरी जानकारी में नहीं है। और मैं भी अभी नया आया हूँ। हमारे इंजीनियरों को साईडे नहीं पता है। और प्रयोगशाला सहायक पुराने है और काफी काम भी जानते है तो हम उनसे कार्य करा लेते है। जबकि 1 साल हो गया इंजीनियरों को सिहोरा में पदस्थ हुए और इन 1 सालों में ना तो इंजीनिरों ने साईड देख पाई और ना ही कार्य समझ पाए ऐसे में तो साफ समझ आ रहा है। कि शासन के वाहन का दुरूपयोग और शासन के रूपयों की खुल्ली होली खेली जा रही है। और प्रयोगशाला सहायक को क्यों कार्य मुक्त नहीं किया जा रहा हें ऐसे में सिहोरा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को भगवान भरोसे ही समझा जा सकता है।
प्रयोग शाला सयहायक को कार्य मुक्त कर सभी कार्याे की हो जांच
सिहोरा के गणमान्य जनों ने इस प्रयोग शाला सहायक के जबलपुर हुए स्थानांनतरण आदेश का पालन करते हुए तत्काल कार्य से मुक्त कराते हुए इसके द्वारा कराए गए सभी कार्यों की निष्पक्षता से जांच कराने की मांग जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना से की है।
इनका कहना है।
मै अभी नया नया आया हूँ मुझे अभी 3 माह हुए हैं कार्या को समझने में समय लग रहा है। प्रयोगशाला सहायक पुराने है तो उनसे कार्य करा लेते है और पूर्व एई से इस संबंध में चर्चा करूंगा और जल्द ही प्रयोग शाला सहायक हेमचंद विश्वकर्मा को कार्य मुक्त कर दिया जाएगा,
विनय प्रताप सिंह सहायक यंत्री, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, सिहोरा









