द न्यूज़ 9 डेस्क।जबलपुर।सिहोरा।
धान की कटाई में हार्वेस्टर पर रोक और पराली जलाने पर दंडात्मक कार्रवाई के जबलपुर कलेक्टर के 6 अक्टूबर के आदेश से किसानों में भय का माहौल बन गया। आदेश के बाद किसानों ने कटाई रोक दी, और जब तक शासन ने 29 अक्टूबर को आदेश स्थगित किया, तब तक बेमौसम बारिश से खेतों में खड़ी तैयार धान की फसल को भारी नुकसान हो गया। कई खेतों में पानी भरने से फसलें सड़ने लगी हैं। किसानों ने प्रशासन से तत्काल सर्वे कर क्षतिपूर्ति दिलाने की मांग की है।
इसी समस्या को लेकर भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष रमेश पटेल के नेतृत्व में ओम प्रकाश पटेल, अनिल पटेल, अवसर पटेल, लक्ष्मी पटेल, प्रदीप पटेल, सुरेंद्र पटेल, जित्तू पटेल, इंद्र कुमार पटेल, महेंद्र पटेल, वीरेंद्र पटेल, विनय पटेल, अरविंद पटेल, जितेंद्र पटेल, गणेश पटेल सहित बड़ी संख्या में सिहोरा व मझौली तहसील के किसान सिहोरा के एसडीएम पुष्पेंद्र आहाके से मिले।
किसानों ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी कि यदि उनकी समस्याओं का शीघ्र निराकरण नहीं हुआ तो वे आंदोलन को बाध्य होंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। उन्होंने धान क्षति का सर्वे, बैंक व बीमा कंपनियों द्वारा क्षतिपूर्ति, सिंचाई पंपों के हार्सपावर वृद्धि आदेश की वापसी, नियमित बिजली आपूर्ति और डीएपी-यूरिया की पर्याप्त उपलब्धता की मांग की।
भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष रमेश पटेल ने कहा, “सरकार के आदेश और बेमौसम बारिश ने किसानों को दोहरी मार दी है। अब राहत देना प्रशासन की जिम्मेदारी है, नहीं तो किसान सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे।”









