द न्यूज 9 डेस्क।जबलपुर। गत रात्रि 24 सितबंर को वन विभाग के अमले को मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर वन परिक्षेत्र सिहोरा की टीम द्वारा सरदा बीट के पीएफ 47 से एक किलोमीटर दूर ग्राम घुघरा में निसर्ग इस्पात प्राइवेट लिमिटेड के परिसर में तेंदुआ का शव मिलने से हडकंप मच गया

आपको जानकारी के लिए बता दे कि इसी निसर्ग इस्पात प्राइवेट लिमिटेड में पूर्व में 3 जंगली सुअरों का शिकार के बाद दफनाने के मामले में वन विभाग की टीम ने दबिश देकर जंगली सुअरों के शवों को बरामद कर निसर्ग इस्पात प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजर सहित तीन लोगों को गिरफतार किया था। जिसके बाद गत रात्रि इसी निसर्ग इस्पात प्राइवेट लिमिटेड के परिसर में तेंदुआ का शव मिलने से क्षेत्र में हडकंप मच गया है।


पीछे की फैंसिंग टूटी
वन विभाग की टीम को निरीक्षण के दौरान निसर्ग इस्पात प्राइवेट लिमिटेड के पीछे के तरफ की फैंसिंग टूटी मिली जहां से अंदर प्रवेश करने पर पर कुछ दूरी पर एक तेंदुआ मृत पाया गया जिसको तत्काल वन विभाग की टीम ने 25 सितंबर की रात्रि 12:30 बजे साजा वृक्ष के नीचे झाड़ियों में मृत पाए तेंदुए के शव की आवश्यक घेराबंदी कर सुरक्षित किया गया है।

मौके पर पहुंचे डीएफओ डॉग स्कॉड का इंतजार
घटना की जानकारी लगते ही मौके पर डीएफओ ऋषि मिश्र, सिहोरा रेंजर आकाशपुरी गोस्वामी, एसडीओ एमएल बरकडे मौके पर मौजूद है और लगातार मामले पर नजर बनाए हुए है। तो वहीं अभी जांच जारी है। और वन विभाग द्वारा डॉग स्कॉड का इंतजार किया जा रहा है। जिसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराकर आगे की कार्यवाही की जाएगी फिलहाल जांच जारी है।

250 एकड़ वाला निसर्ग इस्पात प्राइवेट लिमिटेड में मालिक पर क्या हुई कार्यवाही चर्चा का विषय
हरगढ़ के पास घुघरा क्षेत्र में 250 एकड़ में फैला निसर्ग इस्पात प्राइवेट लिमिटेड का परिसर जहां अभी हाल ही में कुछ दिनों पहले जंगली सुअरों के शिकार का मामला जमकर चर्चा का विषय रहा जिसमें मैनेजर सहित दो कर्मचारियों को पकड़ा था परंतु निसर्ग इस्पात प्राइवेट लिमिटेड परिसर को ना तो सील किया गया और ना ही निसर्ग इस्पात प्राइवेट लिमिटेड के डारेक्टर महेन्द्र कुमार गोयनका और अंशुमान गुप्ता पर कोई कार्यवाही नहीं होने की बात से चर्चा का बाजार गर्म है कि आखिर निसर्ग इस्पात प्राइवेट लिमिटेड के कर्मचारियों तक की कार्यवाही क्यों सिमित रही और निसर्ग इस्पात प्राइवेट लिमिटेड के मालिकों पर वन विभाग ने क्या कार्यवाही करी किसी को नहीं पता फिलहाल उच्च अधिकारियों का कहना हैं की कार्यवाही जारी है। परंतु जबतक किसी प्रकार की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं होती कुछ भी नहीं कहा जा सकता ।

गूगल बाबा बता रहे निसर्ग इस्पात प्राइवेट लिमिटेड का डायेक्टर कौन कहा कि है। कंपनी
गूगल से मिली जानकारी में निसर्ग इस्पात प्राइवेट लिमिटेड दिल्ली की एक कंपनी है। जिसमें डारेक्टर महेन्द्र कुमार गोयनका और अंशुमान गुप्ता है। उक्त कंपनी माईनिंग और इस्पात से जुड़ा कारोबार करती है।









