द न्यूज 9 डेस्क।जबलपुर।सिहोरा। नगर पालिका परिषद अधिनियम में अवकाश के दिन परिषद की बैठक आयोजित करने का कोई अधिनियम नहीं है। सिहोरा नगर पालिका परिषद सीएमओ ने शनिवार अवकाश के दिन बैठक आयोजित की, जिसे तत्काल निरस्त किया जाए। अवकाश के दिन बैठक करना कहीं न कहीं शंकाआंे को जन्म दे रहा है। यह बात कांग्रेस पार्षद दल ने बुधवार को एसडीएम सिहोरा को ज्ञापन सौंपते हुए कही। साथ ही नियमानुसार कार्यवाही कर बैठक को निरस्त कर उन्हीं विषयों पर दोबार चर्चा और बैठक बुलाने की मांग की।
कांग्रेस पार्षद दल के राजेष चौबे ने ज्ञापन में बताया कि नगर पालिका परिषद की बैठक 19 जुलाई को आयोजित होने का पत्र सभी निर्वाचित पार्षदों मिला, लेकिन 18 जुलाई की रात्रि लगभग 9 बजे वाट्सअप संदेश के माध्यम से यह जानकारी सभी पार्षदों को दी गयी कि नगर पालिका अध्यक्ष को व्यक्तिगत काम के चलते बैठक 20 जुलाई को दोपहर 2 बजे रखी गई है। रात में नगर पालिका से फोन के माध्यम से जानकारी उपलब्ध करायी गई।
नगर पालिका ने सभी पार्षद 2 बजे से बैठे थे, लेकिन अध्यक्ष 2 घंटे विलंब से पहुंचीं। जिस पर सभी पार्षदों द्वारा 4 बजे का समय होने तथा 36 विषय होने के कारण बैठक को अन्य तिथि को करने का अनुरोध अध्यक्ष एवं सीएमओ से किया, लेकिन उनके द्वारा मना कर दिया गया और साढे चार बजे से बैठक बुलायी गयी। नगर पालिका अध्यक्ष समेत कुल सात पार्षद बैठक में उपस्थित थे। तीन पार्षद अनुपस्थित थे। नगर पालिका उपाध्यक्ष, 6 कांग्रेस पार्षद एवं एक निर्दलीय पार्षद समेत 8 पार्षदों द्वारा बैठक का बहिष्कार कर दिया गया। चूंकि छुट्टी के दिन बैठक करना किसी भी नियम (नगर पालिका अधिनियम) में नहीं है। उसके भी बैठक करना कहीं न कहीं शंका को जन्म दे रहा है। ज्ञापन सौंपते समय पार्षद माधुरी गनेश दाहिया, कल्पना आलोक पांडे, अरशद खान, प्रमोद चौधरी, बबीता गोंटिया, रमेश पटेल के साथ संजय गुप्ता उपस्थित रहे।









