द नयूज 9 डेस्क।जबलपुर। मध्यप्रदेश सरकार ने सीएम राइज स्कूल योजना की शुरुआत कर योजना के तहत स्कूली शिक्षा में नवीन संशोधन का समावेश, आधुनिककरण, बच्चों का सर्वांगीण विकास, स्कूलों की संरचना में व्यापक सुधार, बच्चों की शिक्षा एवं अन्य गतिविधियों में जागरूकता बढ़ाना आदि कार्य करने की है इस योजना के माध्यम से मध्य प्रदेश सरकार द्वारा 9200 नवीन स्कूलों की स्थापना की जाएगी। उक्त स्कूल में छात्र छात्राओं के सभी गतिविधियां एक ही प्रांगण में होंगी छात्र छात्राओं को लाने ले जाने के लिए बसों की व्यवस्था भी की जाएगी, साथ ही सरकार द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा कि मध्यप्रदेश में शिक्षा के स्तर पर सुधान किया जाए और सरकार इसका व्यापक स्तर पर प्रचार पसार भी कर रही है परंतु सिहोरा में तो ऐसा भव्य प्रचार प्रसार किया गया कि किसी को कानों कान खबर तक नहीं लगी और भव्य हवा में सफल कार्यक्रम आयोजित भी हो गया।
सीएम राइज स्कूल सिहोरा विकासखंड के अंतर्गत सिहोरा नगर में कल सीएम राइज स्कूल का भूमि पूजन विधायक श्रीमती नंदनी मरावी के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ, लेकिन सिहोरा नगर को आश्चर्य इस बात का है कि सिहोरा नगर को 33 करोड़ की सौगात मिलने पर और उसका भूमि पूजन समारोह संपन्न हो गया जिसमें विकासखंड तो दूर की बात है सिहोरा नगर वासियों को उक्त सौगात के बारे में कोई जानकारी नहीं है उक्त सौगात का ना तो स्कूल प्रबंधन द्वारा और ना ही भाजपा इस संगठन द्वारा इसका प्रचार प्रसार फ्लेक्स, समाचार पत्र इत्यादि माध्यम से किया गया?
गौरतलब है कि उक्त कार्यक्रम का भूमि पूजन खितौला बाईपास रोड में किया गया जहां पर उक्त कार्यक्रम का भूमि पूजन शिलालेख पर अंकित सांसद राकेश सिंह के मुख्य अतिथिय एवं विधायक नंदनी मरावी की अध्यक्षता विशिष्ट अतिथि के रूप में सिहोरा नगर पालिका अध्यक्ष, नगरपालिका उपाध्यक्ष, जनपद अध्यक्ष एवं जनपद उपाध्यक्ष का उल्लेख है किंतु भूमि पूजन स्थल पर सिर्फ क्षेत्रीय विधायक श्रीमती नंदनी मरावी एवं मंडल भाजपा के प्रदेश जिला एवं मंडल स्तर के पदाधिकारियों की उपस्थिति में हुआ अन्य जनप्रतिनिधि जिनका उल्लेख उक्त शिलालेख में किया गया है कथित तौर पर पता चला है कि सीएम राइस स्कूल के प्राचार्य द्वारा किसी भी शिलालेख में अंकित जनप्रतिनिधि को उक्त कार्यक्रम के लिए आमंत्रित नहीं किया गया।
हजारों आमंत्रण पत्र बढ़ा रहे सीएम राइज स्कूल की शोभा
प्राप्त जानकारी के अनुसार हजारों की तादाद में आमंत्रण पत्र छपवाएँ गए थे जो शायद आज सीएम राइज स्कूल की शोभा बढ़ा रहे हैं साथ ही नगर के गणमान्य नागरिकों पत्रकार गणों सहित अन्य जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रण नहीं मिला जिसके चलते गौरवशाली कार्यक्रम विधालय प्राचार्य के अथक प्रयासों से हवा में ही सफल हो गया और एक बढ़िया कार्य और किया जाएगा कि जिम्मेदार द्वारा आमंत्रण पत्रों को छपवाने का बिल भी डकार लिया जाएगा। और नगर वासियों को पता नहीं लगने दिया जाएगा।
भव्य कार्यक्रम में किसकी थी जिम्मेदारी कौन कौन रहा उपस्थित
इस भव्य कार्यक्रम में स्कूल के बच्चे शिक्षक एवं निर्माण एजेंसी के अधिकारी ठेकेदार उपस्थित होकर कार्यक्रम की गरिमा बढ़ा रहे थे क्योकि ज्यादा प्रचार प्रसार शायद प्राचार्य महोदय को पसंद नहीं है इसीलिए प्राचार्य महोदय ने ज्यादा कुछ प्रचार प्रसार कराया नहीं क्योंकि शायद इस योजना और स्कूल के प्रचार प्रसार से अधिक बच्चों और अधिक जनों तक जानकारी चली जाती तो कहीं आफत हो जाती इसीलिए प्राचार्य साहब ने ज्यादा कुछ किया नहीं और 33 करोड़ की सौगात वाले इस असफल भूमि पूजन कार्यक्रम की जवाबदेही कौन लेगा और किसका यह भव्य कारनामा है यह कोई नहीं कहेगा
आमंत्रण पत्र में निवेदक बने रहे प्राचार्य
वहीं ऐसी भी जन चर्चा है कि इस पूरे कार्यक्रम में निेदनकर्ता का दायित्व प्राचार्य सीएम राइज स्कूल अंकित है और इसके बाद भी इसकी जिम्मेदार कौन लेगा पता नहीं, क्योंकि साहब ने तो हवा में ही प्रचार प्रसार कर कार्यक्रम को भव्य सफल बना दिया।









